
संसद के चालू बजट सत्र का आज पांचवां दिन हो गया हैं। राष्ट्रपति के अभिभाषण से बजट सत्र की शुरुआत हुई थी। 31 जनवरी को राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने संसद के दोनों सदनों की संयुक्त बैठक को संबोधित किया था। उसी दिन राष्ट्रपति के अभिभाषण के बाद दोनों सदनों में आर्थिक सर्वेक्षण पेश कर दिया गया था।
1फरवरी को वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने वित्तीय वर्ष 2025-26 के लिए बजट पेश किया था। राष्ट्रपति के अभिभाषण पर लोकसभा में दो दिन चर्चा हुई थी और इसका जवाब पीएम मोदी ने चौथे दिन दिए थे । आज संसद के चालू बजट सत्र की कार्यवाही का पांचवां दिन है। आज धन्यवाद प्रस्ताव पर चर्चा का जवाब देते हुए पीएम मोदी ने कहा राषट्रपति जी का अभिभाषण प्रेरक था।
राष्ट्रपति ने विस्तार से चर्चा की है,पीएम मोदी ने आगे कहा राषट्रपति जी अभिभाषण में देश को आगे की दिशा भी दिखाई है , प्रभावी भी था और हम सबके लिए भविष्य के काम पर मार्गदर्शक था। इसे जिसने जैसा समझा, वैसे समझाया है सबका साथ, सबका विकास पर यहां बहुत कुछ कहा गया। इसमें कठिनाई क्या है, ये तो हम सबका दायित्व है। प्रधानमंत्री जी ने कहा जहां तक कांग्रेस का सवाल है, उनसे इसके लिए कोई अपेक्षा करना बहुत बड़ी गलती हो जाएगी। ये सोच, समझ के बाहर है और रोडमैप में भी सूट नहीं करता है।
इतना बड़ा दल एक परिवार के लिए समर्पित हो गया है और उसके लिए ये संभव ही नहीं है। देश की जनता ने हमें तीसरी बार लगातार सेवा का मौका दिया है। ये बताता है कि देश की जनता ने हमारे विकास के मॉडल को परखा है, समझा है और समर्थन किया है। हमारा इस मॉडल को एक शब्द में कहु तो कहूंगा- नेशन फर्स्ट। इसी उम्दा भावना के साथ नीतियों , वाणी-वर्तन में इसी एक बात को मानदंड मानकर सेवा करने का प्रयास किया है.