Holi (Holi 2024) को मेडिकल स्टोर भी बंद रहते हैं। आजकल, बाजार में रसायनी रंगों की बड़ी मात्रा में बिक रही है। आज हम आपको ऐसी कुछ विशेष ट्रिक्स बताएंगे जिससे यह सुनिश्चित हो सके कि रंगों में रसायनिक यूं न हों, जिससे कोई दुर्घटना न हो। होली पर कुछ दुर्घटना होने का खतरा होता है।
कभी-कभी रंगों के कारण आंखों में खुजली, त्वचा पर एलर्जी और कभी-कभी गांजा पीने के कारण उल्टी, दस्त और पेट में पाचन संबंधी शिकायतें होती हैं। आज हम आपको बताएंगे कि आप अपने आप को सुरक्षित रखने के लिए पहली सहायता किट कैसे बना सकते हैं। अपनी पहली सहायता किट में इन आवश्यक दवाओं को शामिल करना न भूलें।
पहली सहायता किट में रखें ये महत्वपूर्ण दवाएँ
सबसे पहले, किसी भी एलर्जी और दर्द से बचने के लिए दर्द निवारक क्रीम रखें। यह दवा, जेल या स्प्रे रुख को रोकने के लिए बहुत महत्वपूर्ण है। यदि होली में रंग खेलते समय गिर जाते हैं या चोट लग जाती है, तो इसके लिए भी दवा रखें। जब जांघ की हड्डी टूट जाए तो गरम पट्टी का उपयोग करें। इसलिए, पहली सहायता किट में पट्टी भी शामिल करें।
कुछ लोग रंगों से एलर्जी होते हैं, इसके मामले में पहली सहायता किट में एंटी-एलर्जी क्रीम रखें। यह त्वचा पर दाग, खुजली और जलन को राहत देगी।
यदि आंखों में रोशनी लग जाए तो आपको आंखों में डालने के लिए कुछ बूंदे रोज़ वाटर रखना चाहिए। आंखों में रंग लगने पर खुजली होती है। जिसके कारण आंखों में जलन और पानी आने लगता है।
बॉक्स में एंटीसेप्टिक क्रीम, लोशन या उपाय रखना चाहिए। यह बुखार, उल्टी, दवा और पेट दर्द से राहत देता है। गैस और पाचन संबंधी समस्याओं से छुटकारा पाने के लिए मिंट पत्तियों के साथ एसिडिटी की दवा रखें।
बॉक्स में एंटीसेप्टिक क्रीम रखना बहुत महत्वपूर्ण है क्योंकि यह आपको सूजन से बचाएगा। इसके अलावा, मेडिकल किट में एस्पिरिन या डिस्प्रिन रखें।
इसके अलावा, अपनी पहली सहायता किट में बच्चों के लिए दवाएं भी रखें। अक्सर होली खेलते समय बच्चों को चोट लग जाती है। ऐसे में, खास बच्चों के लिए बुखार, खांसी और पेनकिलर जैसी दवाएं रखना महत्वपूर्ण होता है।