स्टांप पेपर पर एग्रीमेंट बदायूं के दो वकीलों में लग गई दो-दो लाख की शर्त

देश में हर और लोकसभा चुनाव का चर्चा है साथ ही तमाम दल के समर्थक अपने-अपने प्रत्याशियों के जीत के दावे करते नजर आ रहे हैं। ऐसे ही बदायूं में एक बहस हुई जो दो वकीलों में वकीलों के बीच इस कदर बहस बढ़ गई कि उन्होंने अपने-अपने उम्मीदवारों की हार-जीत को लेकर दो-दो लाख रुपये की शर्त लगा ली और साथ ही स्टांप पेपर पर इसका एग्रीमेंट भी कराया गया है. अब यह शर्त इलाके में चर्चा का विषय बनी हुई है । लोकसभा चुनाव का दौर देश भर में चल रहा है और ऐसे में हर गली-नुक्कड़ पर बस इसी की चर्चा होती नजर आती है। अलग-अलग दलों के समर्थक अपने नेताओं के चुनाव जीतने का दावा करते हैं और कई बार तो लोग इस दावे पर जुबानी शर्त तक लगा लेते हैं। ऐसा ही बदायूं में नेताओं की जीत हारकर को लेकर दो वकीलों के बीच ऐसी शर्त लगी है जिसका एग्रीमेंट भी करा लिया गया है।

लगाई दो-दो लाख रुपये की शर्त वजीत को लेकर दो वकीलों ने
असल में बात यह है की बदायूं में भाजपा और सपा प्रत्याशियों की हार जित को लेकर वकीलों में जंग छिड़ गई और अपने-अपने प्रत्याशियों की हार-जीत को लेकर उन्होंने दो-दो लाख रुपए की शर्त लगा ली । चुनाव को लेकर आम चर्चा के दौरान दोनों वकीलों में एक बहस छिड़ गई. दोनों अपने-अपने पसंद के प्रत्याशियों को लेकर बड़ी-बड़ी बातें करने लगे और उनकी जीत को को लेकर दो-दो लाख रुपये की शर्त लगा ली जिसका 10 रुपये के स्टाम्प पेपर पर लिखित अनुबंध कराया गया हारने पर देना होगा 2 लाख रुपये असल में बात यह है की बदायूं में भाजपा और सपा प्रत्याशियों की हार जीत को लेकर दो वकीलों में जंग छिड़ गई थी और अपने-अपने प्रत्याशियों की हार-जीत को लेकर उन्होंने दो-दो लाख रुपए की शर्त लगा ली है इस शर्त को लेकर दोनों वकीलों ने 10 रुपये के स्टांप पेपर पर लिखित अनुबंध भी कर लिया है। जिसमें दो अन्य वकीलों को गवाह भी बना लिया गया है। शर्त लगाने वाले इन दोनों वकीलों को 4 जून का इंतजार है। चुनाव को लेकर आम चर्चा के दौरान ही दोनों वकीलों में एक बहस छिड़ गई थी। दोनों अपने-अपने पसंद के प्रत्याशियों को लेकर बड़ी-बड़ी बातें भी करने लगे और उनकी जीत को को लेकर दो-दो लाख रुपये की शर्त लगा ली जिसका 10 रुपये के स्टाम्प पेपर पर लिखित अनुबंध कराया गया हारने पर देना होगा 2 लाख रुपये उस अनुबंध में लिखा है कि जिस समर्थक का प्रत्याशी जीतेगा उसे हारने वाले प्रत्याशी का समर्थक 2 लाख रुपये देना होगा। जब दोनों वकीलों में शर्त लगी थी तो वहां भीड़ जमा हो गई और दोनों तरफ से एक-एक वकील को गवाह भी बनाया गया है इस शर्त को लेकर वकील दिवाकर वर्मा का दावा है कि बीजेपी के दुर्विजय सिंह शाक्य जीतेंगे जबकि सत्येंद्र पाल का दावा है कि उनके प्रत्याशी और समाजवादी पार्टी के नेता आदित्य यादव जीतेंगे। फिलहाल के लिए दो वकीलों द्वारा लगाई गई ये शर्त लोगों में चर्चा का विषय बन चूका है। बता दे की ये वकील बदायूं के उझानी कस्बे के गौतमपुरी मोहल्ले के रहने वाले दिवाकर वर्मा उर्फ टिल्लन वर्मा हैं और स्थानीय कचहरी में वकालत करते हैं और बीजेपी के समर्थक वहीं दूसरे वकील बरामालदेव गांव के रहने वाले सत्येंद्र पाल भी हैं और वो समाजवादी पार्टी के समर्थक हैं।

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