दिल्ली-NCR में आज गुरुवार की सुबह 6 बजे तो दिल्ली में वायु गुणवत्ता सूचकांक गिरकर 432 पर पहुंच गया था। इस वजह से दिल्ली-NCR में प्रदूषण तेजी से बढ़ता जा रहा है. यहां की हवा लगातार खराब हो गयी है। वायु गुणवत्ता सूचकांक AQI ‘गंभीर’ श्रेणी में है। सुप्रीम कोर्ट को बताया न्याय मित्र अपराजिता सिंह ने लगातार खतरनाक हो रही दिल्ली में प्रदूषण की स्थिति और उन्होंने कहा कि आज हम गंभीर स्थिति में हैं सरकार ने कोई कारगर उपाय अभी तक नहीं किये है। अपराजिता सिंह ने आगे कहा की सरकार की तरफ से कुछ भी नहीं किया गया है। हमें दुनिया का सबसे प्रदूषित शहर नहीं बनना है इस पे जस्टिस ऑगस्टीन जॉर्ज मसीह और जस्टिस अभय एस ओक की पीठ ने 18 नवंबर को मामले की सुनवाई करने की बात कही है।
बढ़ता प्रदूषण किन किन लोगों के लिए खतरनाक है :सूचकांक गिरकर 432 के आसपास पहुंच गया है। इस प्रदूषित हवा में सांस लेना ऐसा है की आप हर दिन 15 से ज्यादा सिगरेट पी रहे हैं। प्रदूषित हवा का गंभीर असर सांस की बीमारियों के मरीजों,गर्भवती महिलाओं और बुजुर्गों पर होता है। ऐसे में इन सभी को पॉल्यूशन से खुद का बचाव करना जरुरी है। प्रदूषित हवा बुजुर्गों की पुरानी बीमारियों को और बढ़ा देगा, अगर किसी व्यक्ति को पहले से ही हार्ट की बीमारी है तो उसकी समस्या बढ़ सकती है इसी तरह इस प्रदूषित हवा में अस्थमा और सीओपीडी जैसी सांस की बीमारियों वाले मरीज की परेशानी भी काफी हद तक बढ़ जाती है। ये प्रदूषित हवा अस्थमा को ट्रिगर कर सकता है तथा इस कारण से अस्थमा अटैक आ सकते हैं। ऐसे में लोगों को सलाह है कि वह प्रदूषण से खुद का बचाव करें ,नियमित रूप से अपने स्वास्थ्य की जांच करवाते रहें।
प्रदूषण में बचाव करने का सही ताड़िका :-
बाहर जाने वक़्त मास्क पहनें ,ज्यादा ट्रेफिक वाले इलाकों में जाने से बचे ,अगर आपको सांस की बीमारियां हैं तो अपनी दवाएं हमेसा साथ रखें,खानपान का ध्यान दे ,बाहर एक्सरसाइज करने से बचें