
वैकुंठ द्वार पर दर्शन टोकन वितरण के समय तिरुपति के विष्णु निवासम में भगदड़ मच गई। जिसमे ६ लोगो की मृत्यु हो गयी और कई लोग गभीर रूप से घायल हो गए .वैकुंठ द्वार पर दर्शन टोकन के लिए 91 काउंटर खोले गए काउंटर के पास करीब ४ हजार से ज्यादा श्रद्धालु खड़े हुए थे उन सभी श्रद्धालु को वैरागी पट्टिदा पार्क में खड़े होने के लिए बोला गया उसी जगह आगे जाने की जलदीमें भगदड़ मच गयी। भागने के दौरान एक दूसरे पे चढ़ गए और 40 घयल हुए 6 की मौत होगयी। आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री हादसे को लेकर दुःख जताया।
मुख्यमंत्री ने अधिकारीयों से फोन पर घटना स्थल की जानकारी ली और राहत उपाय का आदेश दिया ताकि घायल व्यक्ति को इलाज मिल सके , इलाज में कोई लापरवाही न हो। आंध्र प्रदेश के तिरुपति मंदिर को 10 को खोला जायेगा 19 जनवरी तक वैकुंठ एकादशी पर वैकुंठ द्वार दर्शन के लिए खोले जाने वाला है । इस लिए लोग वैकुंठ द्वार पर दर्शन टोकन के लाईन में लगे थे। यह दर्शन 10 से 19 जनवरी सुबह 4.30 बजे से प्रोटोकॉल दर्शन से शुरू होने वाला , उसके बाद सुबह 8 बजे से सर्व दर्शन शुरू होने वाला है।
तिरुपति मंदिर :- भारत का सबसे प्रसिद्ध मंदिर तरुमाला तिरुपति देवस्थल हैं। यह आंध्र प्रदेश के सेशाचलम पर्वत पर है। इस मंदिर का निर्माण राजा तोडमन ने करवाया था। इस मंदिर में विराजमान भगवान वेंकटेश्वर जी का प्राण प्रतिष्ठा 11वीं सदी में रामानुजा आचार्यजी ने करवाया था। इस मंदिर में दूर दूर से श्रद्धालु आते हैं दर्शन करने।
इसी प्रसिद्ध तरुमाला तिरुपति जी में वैकुंठ द्वार पर दर्शन टोकन के लिए 91 काउंटर खोले गए काउंटर के पास करीब 4 हजार से ज्यादा श्रद्धालु खड़े हुए थे उन सभी श्रद्धालु को वैरागी पट्टिदा पार्क में खड़े होने के लिए बोला गया उसी जगह आगे जाने की जलदीमें भगदड़ मच गयी। भागने के दौरान एक दूसरे पे चढ़ गए और 40 घयल हुए 6 की मौत होगयी।