पड़ोसी देश बांग्लादेश में अंतरिम सरकार का गठन आज किया जा रहा है। पीएम पद की शपथ लेंगे नोबेल पुरस्कार विजेता मोहम्मद युनूस ।आज 8 अगस्त को शपथ लगे नोबेल पुरस्कार विजेता मुहम्मद यूनुस के नेतृत्व वाली बांग्लादेश की अंतरिम सरकार रात 8 बजे बनेगी। अंतरिम सरकार का नेतृत्व संभालने के लिए मुहम्मद यूनुस पेरिस से ढाका लौट गए हैं। आर्मी चीफ ने बताया रात में शपथग्रहण समारोह आयोजित किया जाएगा स्थानीय समयानुसार रात 8 बजे शपथग्रहण होगा। बांग्लादेश में चल रही राजनीतिक अशांति और विरोध प्रदर्शनों के बीच प्रधानमंत्री शेख हसीना के इस्तीफे के बाद अंतरिम सरकार का गठन होने जा रहा है। मशहूर सोशल एक्टिविस्ट और ग्रामीण बैंक के संस्थापक यूनुस अंतरिम सरकार का नेतृत्व करेंगे।मोहम्मद युनूस बांग्लादेश की एक अदालत ने कार्यभार संभालने से ठीक एक दिन पहले श्रम कानून उल्लंघन मामले में पिछली सजा को भी पलट दिया है। विदेश मंत्रालय के सूत्रों की मानें तो बांग्लादेश में भारतीय उच्चायोग के साथ-साथ अन्य अधिकारियों को भी आमंत्रित किया गया है मोहम्मद यूनुस के नेतृत्व में नई अंतरिम सरकार के शपथ ग्रहण के लिए।
बांग्लादेश आते क्या बोले मोहम्मद युनूस
मोहम्मद युनूस लंदन से ढाका एयरपोर्ट पहुंचते ही आंदोलनकारी छात्रों से बात की। एयरपोर्ट पर फ्लाइट लैंड करते ही मोहम्मद यूनुस की आंखों में आंसू आ गए। मोहम्मद युनूस कहा की ‘बांग्लादेश ने आज नया विजय दिवस स्थापित किया है। युनूस आगे कहा इसे ध्यान में रखते हुए और मजबूत बनाते हुए आगे बढ़ना है। युवाओं ने इसे संभव किया है। में उन युवाओं प्रशंसा करता हूं और धन्यवाद देता हूं। देश के युवा मेरे साथ हैं और उन्होंने इस देश को बचाया है और देश का नए तरीके से पुनर्जन्म हुआ है। पुनर्जन्म में मुझे बांग्लादेश मिला है वह बहुत तेजी से आगे बढ़े. यह हमारा वादा है. हम इसकी रक्षा करना चाहते हैं और आगे बढ़ना चाहते हैं मोहम्मद युनूस ने देश पहुंचे ही कहा।
शेख हसीना के बेटे सजीब वाजेद ने क्या कहा
शेख हसीना के बेटे सजीब वाजेद ने कहा मैंने कहा था कि मेरा परिवार अब राजनीति में शामिल नहीं होग। परन्तु जिस तरह से हमारी पार्टी के नेताओं और कार्यकर्ताओं पर हमले हो रहे हैं, हम हार नहीं मान सकते। शेख हसीना के बेटे सजीब वाजेद जॉय ने कहा कि बांग्लादेश में लोकतंत्र बहाल होते ही मेरी मां अपने देश लौटेंगी। सजीब वाजेद कहा कि बांग्लादेश में अशांति फैलाने में पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी आईएसआई का हाथ है। अभी यह तय नहीं है कि शेख हसीना सेवानिवृत्त नेता के रूप में लौटेंगी या सक्रिय नेता के रूप में।शेख हसीना के बेटे सजीब वाजेद ने यह भी कहा कि शेख मुजीब परिवार के सदस्य न तो अपने लोगों को छोड़ेंगे और संकटग्रस्त अवामी लीग को बेसहारा नहीं छोड़ सकते है। शेख हसीना के बेटे सजीब वाजेद प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और उनकी सरकार के प्रति आभार व्यक्त किया तथा भारत से अंतरराष्ट्रीय राय बनाने में मदद करने और बांग्लादेश में लोकतंत्र की बहाली के लिए दबाव बनाने की अपील की है।