अयोध्या में आज 11 जनवरी से रामलला की प्राण प्रतिष्ठा का तीन दिवसय वार्षिकोत्सव शुरू हो गया है। इस उत्सव को प्रतिष्ठा द्वादशी नाम दिया गया है। इस कार्यक्रम का शुभ आरम्भ मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने किया। आज 10 बजके 30 मिनट पर रामलला का महाअभिष किया गया।
इस रामलला अभिषेक में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और 70 संत भी मौजूद हुए हैं । पुजारियों ने रामलला का अभिषेक पंचाअमृत से किया गया और गंगा जल से नहलाया गया। नहलाने के बाद रामलला का श्रृंगार किया गया। सोने और चांदी के तारों से बुने गए वस्त्र को रामलला को पहनाए गया है और पगड़ी पहनाई गयी है, इस पगड़ी हिरा जड़ा हुआ है। रामलला को भोग लगाया गया।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ :- मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने प्राण प्रतिष्ठा द्वादशी समारोह के मंच पर पहुंचे। राम भक्तों ने जय श्री राम के जय जयकार से मुख्यमंत्री का स्वागत किया। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने दीप प्रज्ज्वलन कर प्रतिष्ठा द्वादशी समारोह का शुभारंभ किये । रामलला के वर्षगांठ पर लोगो को संबोधित किया और कहा कि 5 अगस्त 2020 प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इसी स्थान पर मंदिर के निर्माण की लिए पूजन किया था।
मुख्यमत्री ने कहा 2024 में प्राण प्रतिष्ठा के बाद हर दिन लगभग 1.5 से दो लाख श्रद्धालु यहां दर्शन करने आते हैं। पहले यहां सिर्फ तीन से चार घंटे ही बिजली रहती थी। सफाई की कोई व्यवस्था नहीं थी। राम जी की पैड़ी में सरयू का जल सड़ता रहता था। अयोध्या के पास कोई हवाई अड्डा नहीं था। मुख्यमंत्री ने कहा कि आज अयोध्या के पास अपना हवाई अड्डा है। यहां की सड़कें त्रेतायुग का स्मरण कराती हैं। आज सरयू जी का जल सड़ता नहीं। आज अयोध्या, अयोध्या होने का अहसास कराती है।
आज अयोध्या सोलर से चलती है।मुख्यमंत्री ने कहा कि एक दिन में ऐसी अयोध्या नहीं बनी है। इसके लिए लाखों लोगों को त्याग देना पड़ा। तपस्या करनी पड़ी। लाखों लोग 500 वर्षों से अपने आराध्य को स्थापित करने के लिए संघर्ष करते रहे। हमारी तीन पीढ़ियां राम मंदिर आंदोलन से जुड़ी हुई थी । यह हमारे लिए अत्यंत गौरव का विषय है।
अयोध्या दिवशीय महोत्सव की सजावट :- अयोध्या दिवशीय महोत्सव में मंदिर परिसर की सजावट 50 क्विंटल से अधिक फूलों से सजाया गया है. वीआईपी गेट नंबर 11 की सजावट भव्य किया गया है अन्य प्रवेश द्वारों पर सजावट किया गया है।