पंजाब, हरियाणा के किसान शम्भु बॉर्डर पर 13 फरवरी 2024 से धरना दे रहे दिल्ली जाकर धरना देने की कोशीश कर रहे है। इस आंदोलन का नाम `दिल्ली चलो’ दिया गया इस बार किसान ट्रेक्टर ,टोली के बिना पैदल ही दिल्ली जा रहे थे । शुक्रवार को 101 किसान की टोली शम्भु बॉर्डर पर एकत्रित हुए थे दिल्ली जाने के लिए मीटिंग बुलाई और प्रेस कॉन्फ्रेंस भी की थी। किसान के लीडर सरवन सिंह पंढेर ने ये शुक्रवार को कहा था की रविवार 8 तारीख को किसान की टोली दिल्ली जाएगी।
दिल्ली जाने की कोशिस 6 और 8 की थी लेकिन असफल रही थी। हरियाणा की सुरक्षाकर्मियों ने किसानों को आगे बढ़ने नहीं दिया था। इस कोशिस के बिच किसानों और सुरक्षाकर्मियों के बिच टकराव जैसी प्रस्थिति बन गयी थी। जिस में सुरक्षाकर्मियों ने किसान को पीछे करने के लिए आंसू गैस के गोले का प्रयोग किया था इस बिच कई किसान घायल भी हो गए थे।
आज मंगलवार को शम्भु बॉर्डर डटे किसानों ने फीर दिल्ली जाने का एलान की है। इस बार 14 दिसम्बर को दिल्ली जाने की बात कही है । सरवन सिंह पंढेर किसानों के प्रेस कॉन्फ्रेंस करते हुए कहा की अब हम लोग 14 दिसम्बर दिल्ली की और मार्च करेंगे और आगे खा की हमारे आंदोलन को 303 दिन पुरे हो गए है। किसानो का आमरण आंदोलन के 15 दिन हुए है। किसान नेता ने कहा हम हमेशा बातचीत करने को तैयार है। पर सरकार की तरफ से कोई सम्पर्क नहीं क्या है। किसान नेता ने बताया की दोनों संघटनो ने तय किया है की 101किसानों का जुट 14 दिसम्बर को भेजेगें और किसान आंदोलन का सफल होने का प्राथना करेंगे। जिन किसानों को विरोध पर्दशन के दौरान गिरफ्तार किया गया है उनकी रिहाई की मांग करते हैं । में गायोंको अपने फ़िल्मी सितारों और धार्मिक नेताओं से अनुरोध करता हूँ की हमारे विरोध का प्रचार करे पर्दशन के दौरान।
कब कब दिल्ली मार्च की किसान :- 13 फरवरी 2024 से किसान पंजाब, हरियाणा ,शम्भु बॉर्डर और खनौरी सिमा बिंदु पर डटे हुए है। किसान 13 फरवरी को कोशिस की सुरक्षा बालो के द्वारा रोक दिया गया फिर दोबारा 24 फरवरी की फिर रोक दिया गया था तब से किसानों की टोली पंजाब, हरियाणा ,शम्भु बॉर्डर और खनौरी सिमा पर आंदोलन कर रही है। अब दिल्ली जाने की कोशिस 6 और 8 को की थी लेकिन असफल रही थी। इस टोली को हरियाणा की सुरक्षाकर्मियों ने किसानों को आगे बढ़ने नहीं दिया था। इस बार 14 दिसम्बर को दिल्ली जाने की बात कही है।
किसानों की मांग :- किसानों की मांग इस प्रकार है , आंदोलन में मरे गए किसानों की परिवार को मुवाजा देने की मांग, विधुत संसोधन विधेयक को रद्द करने का ,भूमि अधिग्रहण अधिनियम 2013 फिर से लागु करने के लिए ,MSP गारंटी को कानून बनाने की ,किसानो का कर्ज माफ़ करने का ,स्वामीनाथ आयोग के कीमत का रिपोर्ट पर कीमत तय करने का ,लखिमपुर खीरी कांड के दोषियों को सजा दिलाने की मांग है।