लोकसभा चुनाव :-सूरत लोकसभा सीट से कांग्रेस उम्मीदवार निलेश कुम्भानी का नामांकन फॉर्म रद्द हुआ तो बचे हुए अन्य उम्मीदवारों ने अपना नाम उम्मीदवारी पत्र वापस ले लिया है जिसके कारन भारतीय जनता पार्टी के उम्मीदवार मुकेश दलाल निर्विरोध चुनाव जीत गए है। यह घटनाक्रम रविवार को कांग्रेस के दो उम्मीदवारों के नामांकन रद्द होने और आठ अन्य उम्मीदवारों द्वारा सोमवार को अपनी उम्मीदवारी वापस लेने के बाद आया है।
अन्य सभी दावेदारों द्वारा अपनी उम्मीदवारी वापस लेने के बाद भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के उम्मीदवार मुकेश दलाल को गुजरात के सूरत लोकसभा क्षेत्र से निर्विरोध चुना गया है । लोकसभा चुनाव के बीच भारतीय जनता पार्टी के लिए गुजरात से अच्छी खबर है साथ ही लोकसभा चुनाव में बीजेपी का खाता भी खुल गया है। विकास की पुष्टि करते हुए गुजरात भाजपा प्रमुख सीआर पाटिल ने दलाल के लिए बधाई संदेश पोस्ट किया है । इस पर कांग्रेस नेता ने सवाल उठते हुए ये कहा कि ये मैच फिक्सिंग है। दरअसलबात यह है की सूरत लोकसभा सीट से कांग्रेस के कैंडिडेट निलेश कुम्भानी चुनाव अधिकारी के समक्ष अपने तीन में से एक भी प्रस्तावक को मौजूद नहीं रख पाए थे इस कारण चुनाव अधिकारी ने निलेश कुम्भानी का नामांकन फॉर्म को रद्द कर दिया था. बीजेपी नेता ने कांग्रेस के कैंडिडेट निलेश कुम्भानी के फॉर्म में उनके तीन प्रस्तावकों के हस्ताक्षर को लेकर सवाल उठाए थे। गुजरात के सूरत सीट पर बीजेपी 1989 से जीतती आ रही है। बीजेपी का गढ़ गुजरात को माना गया है। उद्योग के लिहाज से भी सूरत को अहम माना जाता है। लोकसभा की 26 सीटें गुजरात में हैं। बीजेपी ने पिछले चुनाव में सभी सीटों पर जीत हासिल की थी। इस साल 7 मई को एक ही चरण में बची हुई 25 सीटों पर वोटिंग होगी।
कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने कहा :- कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने X पे कहा है कि तानाशह की असली ‘सूरत’ एक बार फिर से देश के सामने है। राहुल गांधी ने कहा कि जनता से अपना नेता चुनने का अधिकार छीन लेना बाबा साहेब अंबेडकर के संविधान को खत्म करने की तरफ बढ़ाया एक और कदम है ।राहुल गांधी ने कहा कि मैं एक बार फिर से कह रहा हूं कि यह सिर्फ सरकार बनाने का चुनाव नहीं है. यह देश को बचाने और संविधान की रक्षा करने का चुनाव है राहुल गांधी ने कहा ।
जयराम रमेश ने जीत के पीछे का कालक्रम विज्ञान समझाया
कांग्रेस नेता और पार्टी महासचिव जयराम रमेश ने ट्वीट करते हुए कहा सूरत में बीजेपी उम्मीदवार की निर्विरोध जीत के पीछे का कालक्रम विज्ञान को समझाया है। जयराम रमेश ने ये कहा है कि पहले सूरत जिला चुनाव अधिकारी ने कांग्रेस प्रत्याशी नीलेश कुंभाणी के नामांकन में खामियां गिनाते हुए उसे रद्द कर दिया गया। और साथ ही अधिकारी ने तीन प्रस्तावकों के हस्ताक्षर के सत्यापन में खामी बताया है। कुछ इसी तरह से ही कांग्रेस के वैकल्पिक उम्मीदवार सुरेश पडसाला के नामांकन को भी खारिज कर दिया गया। दो नामांकन खारिज होने के बाद कांग्रेस पार्टी यहां बिना उम्मीदवार के रह गई।