शुक्रवार रात करीब 10 :30 के बाद की बात है झांसी की रानी मेडिकल कॉलेज ऑक्सीजन कंसंट्रेटर में शॉर्ट सर्किट से अचानक आग लग गई थी। ये हादसा दिल दहला देने वाला था। ये आग नवजात शिशु के एनआईसीयू वार्ड में लगी थी। इस आग से कई परिवार में मातम छा गया है। बताया जा रहा है की एनआईसीयू वार्ड कुल 54 नवजात शिशु भर्ती थे जिसमें 10 मासूम बच्चे की जान चली गयी है कुल 17 बच्चे घायल है जिनका इलाज चल रहा है। इस घटना के दौरान झांसी की रानी मेडिकल कॉलेज में माताओं की चीख पुकार से गूंज उठा था। इसी बिच नर्सिंग स्टाफ ने अपनी जान की परवाह न करते हुए बच्चों को गोद में लेकर बहार निकाले सुरक्षित स्थान में पहुंचाया आग इतनी फेल गयी थी की करीब 10 बच्चों की जान नहीं बचपई थी। यह घटना दिल दहला देने वाला था।यह घटना UP की झांसी की थी।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने क्या कहा : झांसी की रानी मेडिकल कॉलेज एनआईसीयू वार्ड में आग की घटना मिलते ही योगी नाथ ने ढुका जाहिर की। मुख्यमंत्री योगीनाथ को इस घटना की सुचना शुक्रवार को रात को मिली तो उसने up के CM बर्जेश पाठक को और स्वस्थ्य के प्रमुख सचिव को घटना स्थल पर भेजा। CM खुद घटना की पल पल की खबर लेते रहे थे। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने जान जाने वाले बच्चो के माता पिता को 5-5 लाख रूपये देने की बात कही है साथ ही जो बच्चे घायल है उनको 50 -50 हजार देने की बात कही है। यह सेवा CM राहत कोष में करवई जाएगी। मुख्यमंत्री योगी ने डीआईजी और झांसी के मंडलायुक्त को 12 घंटे की अंदर इस घटना की संबंध में रिपोर्ट देने के निर्देश दिए हैं। डिप्टी CM बर्जेश पाठक ने कहा तीन स्तर में जाँच होगी। पहली जाँच शासन के स्तर पर स्वास्थ्य विभाग द्वारा दूसरा जाँच जिला स्तर के द्वारा तीसरा जाँच मजिस्ट्रेट के द्वारा होगी। डिप्टी CM ने आगे कहा की की ये घटना कैसे हुई और इसके जिम्मेदार कौन है इसकी पूरी जाँच होगी।