बहराइच दंगे में दोषी कौन सवाल बनकर रह गया है ?

बीते दिन रविवार को मूर्ति विसर्जन के दौरान बहराइच में दों पक्षों के बिच हिंसा हो गयी थी इस हींसे के बिच एक युवक की मोत हो गयी थी। इस युवक के मोत के बाद बहराइच में दंगे का रूप ले लिया था। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की सरकार ने upमें होने वाले दंगों को कंट्रोल करके हिंदू और मुसलमानों दोनों ही की रक्षा की है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की पिछले सात सालों के सफर के ऊपर यह एक दाग लग गया है, बहराइच में दंगे की वजह से।जिले में जबरदस्त तनाव का माहौल बन गया था। गोलीबारी में मारे गए रामगोपाल मिश्रा के शव को लेकर आज सुबह सैकड़ों लोग सड़क पर उतर आए थे। पुलिस-प्रशासन के खिलाफ नारेबाजी करते हुए वे दोषियों को तुरंत गिरफ्तार करने और सख्त कार्रवाई की मांग कर रहे थे। नारेबाजी के दौरान बहराइच सीतापुर हाइवे पर उग्र भीड़ ने दो गाड़ियों को आग के हवाले कर दियाथा ,दुकानों में भी तोड़फोड़ और आगजनी की गई थी, रास्ते में खड़ी कारों में भी आग लगा दी थी , 4-5 घरों को भी आग के हवाले कर दिया था ,उपद्रवियों ने कई घरों में पत्थरबाजी की थी ,इस हिंसा के दौरान एक दिव्यांग व्यक्ति की भी मौत हो गई थी । दिव्यांग व्यक्ति को बुरी तरह से पीटा गया था। यह साफ नहीं हुआ कि विकलांग के साथ यह बर्बरता किसने की थी ।दोषियों के खिलाफ मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कड़ी कार्रवाई के निर्देश दिए हैं। 10 लोगों के खिलाफ युवक की हत्या के मामले को लेकर केस दर्ज किया गया है। गोलीबारी में मारे गए रामगोपाल मिश्रा के शव का अंतिम संस्कार करने के लिए राजी हुए विधायक के समझने पर परिजन । इस हिंसा को लेकर पुलिस ने 30 उपदर्वियों को हिरासत में लेलिया है।

 

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